दानिश रज़ा खान बुरहानपुर। बुरहानपुर जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक रिटायर्ड सहायक शिक्षक को उसके बचपन के दोस्त और पूर्व सहकर्मी ने ही 26.28 लाख रुपए की बड़ी धोखाधड़ी का शिकार बना दिया। पीड़ित संतोष पिता दादूराम कास्डेकर ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें उन्होंने अपने बचपन के मित्र रिटायर्ड शिक्षक बलीराम हीरालाल धुर्वे और दो अन्य अज्ञात लोगों पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया है।
शिकायत के अनुसार संतोष कास्डेकर हिन्दी प्राथमिक शाला देड़तलाई में सहायक शिक्षक के पद पर कार्यरत थे। दिसंबर 2023 में उन्होंने कम्पलसरी रिटायरमेंट लिया था। इस प्रक्रिया में उनका बचपन का दोस्त और पूर्व शिक्षक बलीराम धुर्वे मदद के बहाने उनके गांव बोरबन पिपरी आया और कहा कि वह रिटायरमेंट की सारी प्रक्रिया जानता है। उस पर विश्वास कर संतोष ने आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासबुक, फोटो और सुरक्षा के लिए चेक हस्ताक्षरित कर उसे सौंप दिए।
बलीराम ने बुरहानपुर की सिंधी बस्ती स्थित एक बैंक में खाता खुलवाया और कहा कि प्रक्रिया बुरहानपुर, इंदौर और ग्वालियर में होगी, इसलिए मूल दस्तावेज उसे रखने दिए गए। लेकिन रिटायरमेंट की राशि खाते में जमा होते ही धुर्वे ने धोखाधड़ी शुरू कर दी। योनो एप के माध्यम से दूसरे मोबाइल नंबर से खाता लिंक कर लाखों की राशि निकाल ली।
जब 2 जनवरी 2025 को संतोष ने पैसे निकालने के लिए बैंक विज़िट किया, तो खाते में शेष राशि नगण्य थी। स्टेटमेंट निकालने पर खुलासा हुआ कि सितंबर 2024 से दिसंबर 2024 के बीच पूरी राशि निकाल ली गई थी। इतना ही नहीं, शाहपुर की एक बैंक से उनके नाम पर 3 लाख का लोन भी स्वीकृत कराया गया। साथ ही, अन्य दो अज्ञात लोगों – हिफाजत हुमाउ और सलमान खान – के नाम से भी मोटी रकम निकाली गई, जिनसे संतोष का कोई संबंध नहीं है।
पुलिस ने संतोष की शिकायत पर बलीराम धुर्वे सहित तीन लोगों पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मामले ने शिक्षा विभाग और बैंकिंग प्रणाली में सुरक्षा को लेकर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।