बुरहानपुर में सर्दी का प्रकोप दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। रात के समय पारा तेजी से गिरने के कारण लोग घरों में दुबकने को मजबूर हैं। ऐसे में सड़क किनारे और रेलवे स्टेशन पर रहने वाले बेघर लोगों की समस्याएं बढ़ गई हैं।
दानिश रज़ा खान बुरहानपुर। मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले में इन दिनों सर्दी का प्रकोप चरम पर है। शाम होते ही सड़कों और बाजारों पर सन्नाटा पसर जाता है। लोग ठंड से बचने के लिए अपने घरों में जल्दी लौट जाते हैं। हालांकि, सड़क किनारे या रेलवे स्टेशन पर खुले आसमान के नीचे रात बिताने वाले गरीबों के लिए यह ठंड खतरनाक साबित हो रही है।
नगर निगम के कमिश्नर संदीप श्रीवास्तव ने बताया कि रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड के पास बने रैन बसेरों में ठंड से बचाव के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि बेघरों की जरूरतों का पूरा ध्यान रखा जा रहा है।
हालांकि, जब हमारी टीम ने शहर के रैन बसेरों का दौरा किया और बेघर लोगों से चर्चा की, तो कुछ ने सुविधाओं की कमी की शिकायत की। उन्होंने कहा कि रेन बसेरे कहा है हमें मालूम नहीं।
शहर के नागरिकों ने भी प्रशासन से अपील की है कि सर्दी से बचने के लिए बेघर लोगों के लिए अतिरिक्त उपाय किए जाएं। और निगम के बने रेन बसेरो का निगम प्रचार प्रसार करें: बुरहानपुर, जो महाराष्ट्र सीमा से सटा हुआ है, निमाड़ क्षेत्र का प्रमुख केंद्र है और यहां की ठंड अन्य जिलों की तरह ही जानलेवा साबित हो सकती है।