बुरहानपुर, दानिश रज़ा खान : विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर जिला चिकित्सालय बुरहानपुर में एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस वर्ष की थीम, "कार्यस्थल पर मानसिक स्वास्थ्य का महत्व," पर आधारित थी, जो काम और मानसिक स्वास्थ्य के बीच महत्वपूर्ण संबंध को रेखांकित करती है। कार्यक्रम में उपस्थित जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एल.डी.एस. फूंकवाल ने कहा, "आज तनाव, बर्नआउट और मानसिक स्वास्थ्य चुनौतियां हर समय उच्च स्तर पर हैं, और इनसे निपटने के लिए तुरंत कदम उठाए जाने की आवश्यकता है।"
कार्यक्रम के मुख्य बिंदु और उद्देश्य
इस कार्यक्रम का उद्देश्य मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाना और कार्यस्थल पर मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को समझाना था। डॉ. फूंकवाल ने बताया कि सुरक्षित और सहायक कार्य वातावरण मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। कार्यक्रम के दौरान इस बात पर जोर दिया गया कि मानसिक स्वास्थ्य की उपेक्षा न केवल व्यक्तिगत जीवन को प्रभावित करती है, बल्कि कार्यस्थल पर उत्पादकता और भागीदारी को भी नुकसान पहुंचाती है।
विशेषज्ञों की उपस्थिति
इस अवसर पर जिले के कई प्रमुख स्वास्थ्य अधिकारी और विशेषज्ञ भी उपस्थित रहे, जिनमें चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजेश सिसोदिया, डॉ. कुरील, नशा मुक्ति केंद्र प्रभारी श्री मनोज अग्रवाल, और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से श्रीमान जय देव मानिक शामिल थे। कार्यक्रम में मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित करते हुए विशेषज्ञों ने अपने विचार प्रस्तुत किए और समाज में फैले मानसिक स्वास्थ्य संबंधी कलंक को दूर करने की अपील की।
मानसिक स्वास्थ्य पर छात्रों का नाट्य प्रदर्शन
सेवा सदन महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए एक नाटक प्रस्तुत किया, जिसमें आत्महत्या, यौन शोषण, गेमिंग डिसऑर्डर, और सोशल मीडिया दुरुपयोग जैसे मुद्दों पर प्रकाश डाला गया। इस नाट्य प्रस्तुति के माध्यम से समाज तक यह संदेश पहुंचाया गया कि मानसिक स्वास्थ्य की अनदेखी समाज में गंभीर समस्याओं को जन्म दे सकती है।
चित्रकारी और आयुष्मान कार्ड
कार्यक्रम के अंतर्गत अनुसूचित जाति उत्कृष्ट सीनियर छात्रावास शिकारपुर के छात्रों और एएनएम ट्रेनिंग स्टूडेंट्स द्वारा मानसिक स्वास्थ्य को लेकर चित्रकारिता की गई, जिसमें स्वच्छता और आयुष्मान पखवाड़ा का संदेश भी दिया गया। साथ ही, कार्यक्रम के दौरान आयुष्मान और आभा आईडी कार्ड भी बनाए गए, जिससे स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ आसान हो सके।
विशेष परीक्षण और सम्मान
इस अवसर पर जलगांव के डॉक्टर उल्हास राव महाविद्यालय से डॉ. बबन राव ठाकरे और डॉक्टर सही चोपडे ने मानसिक विकारों के मरीजों का परीक्षण किया। मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया गया।
कार्यक्रम का समापन और आभार
कार्यक्रम का सफल संचालन श्रीमान संजय गुप्ता, आनंदम संस्था के प्रतिनिधि, द्वारा किया गया और आभार प्रदर्शन श्रीमती सीमा डेविड, जिला चिकित्सालय द्वारा किया गया।
यह कार्यक्रम न केवल मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाने में सफल रहा, बल्कि कार्यस्थल पर मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को भी उजागर किया।