बुरहानपुर, संवाददाता दानिश रज़ा खान | मध्य प्रदेश के किसान खरीफ सीजन की फसल बेचने के लिए तैयार हैं, लेकिन बुरहानपुर के रेणुका रोड स्थित अनाज मंडी प्रांगण में मंडी प्रशासन की लापरवाही के चलते किसानों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। शौचालय, तौल कांटा, और कृषक भोजनालय जैसी महत्वपूर्ण सुविधाएं लंबे समय से बंद हैं, और नीलामी शेड्स पर व्यापारियों का अघोषित कब्जा हो गया है।
मंडी मे सुविधाओं की भारी कमी
मंडी प्रांगण में किसानों को शासन द्वारा निर्धारित कई सुविधाएं दी जानी चाहिए, लेकिन हकीकत में ये सुविधाएं नाममात्र की हैं। शौचालय बंद हैं, और मंडी परिसर में बने शौचालय पर ताला लगा हुआ है। न तो कोई सूचना दी गई है कि चाबी कहां से मिलेगी, न ही शौचालय तक किसानों की पहुंच है। कृषक भोजनालय, जो किसानों को नाममात्र शुल्क पर भोजन मुहैया कराता था, अब लंबे समय से बंद पड़ा है। इस भोजनालय के बंद होने से दूर-दराज से आने वाले किसानों को भोजन के लिए भारी परेशानी उठानी पड़ रही है।
कृषि उपज मंडी मे तौल कांटा और नीलामी शेड्स की समस्या
20 मैट्रिक टन क्षमता वाला तौल कांटा भी बंद पड़ा है, जिसके चलते किसानों को अपनी उपज तुलवाने के लिए दूसरे परिसरों में जाना पड़ता है। इससे उनके समय और ऊर्जा की बर्बादी हो रही है। मंडी परिसर में 12 नीलामी शेड्स बने हुए हैं, लेकिन इन शेड्स पर व्यापारियों का अघोषित कब्जा हो गया है। वे अपने अनाज के बोरे रखकर और वाहनों की पार्किंग कर इन शेड्स का उपयोग कर रहे हैं, जिससे किसानों को अपनी उपज रखने में दिक्कतें हो रही हैं। जबकि नियम के अनुसार, व्यापारी को नीलामी के तुरंत बाद अनाज को अपने गोदाम में ले जाना चाहिए। लेकिन ऐसा कुछ यहाँ नहीं दिखता है |
मंडी प्रशासन की लापरवाही पर आलोचना
मंडी की इस अव्यवस्था को लेकर कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष रिंकू टांक ने भाजपा सरकार की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने मंडी प्रशासन की लापरवाही को उजागर करते हुए कहा कि किसान देश की रीढ़ की हड्डी हैं, और उनकी समस्याओं को नजरअंदाज करना अस्वीकार्य है।
मंडी पर कलेक्टर का आश्वासन
कलेक्टर भव्या मित्तल ने मंडी की इन समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए राजस्व अधिकारी डिप्टी कलेक्टर राजेश पाटीदार को समस्याओं के समाधान के लिए नियुक्त किया है। कलेक्टर ने आश्वासन दिया है कि मंडी में किसानों को दी जाने वाली सुविधाओं को जल्द से जल्द बहाल किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कृषक भोजनालय के लिए वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में "दीनदयाल चलित भोजनालय" वाहन भेजा जाएगा, और स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से भोजनालय को पुनः शुरू करने की कोशिश की जाएगी।
बुरहानपुर की अनाज मंडी में अव्यवस्थाओं के चलते किसानों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन की ओर से कार्रवाई के वादे किए जा रहे हैं, लेकिन यह देखना बाकी है कि इन समस्याओं का समाधान कितनी जल्दी और प्रभावी ढंग से किया जाता है।