दानिश रज़ा खान, भोपाल – मध्य प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त बनाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। राज्य के 22 जिला अस्पतालों में जल्द ही एकीकृत आयुष विंग लागू किया जाएगा। आयुष विभाग के परिपत्र के अनुसार, इन नियुक्तियों के लिए राज्य सरकार और वित्त विभाग की मंजूरी मिल गई है, जिससे इन अस्पतालों में आयुर्वेद, होम्योपैथी और यूनानी चिकित्सा पद्धतियों का बेहतर समन्वय संभव हो सकेगा।
बुरहानपुर को मिलेंगी नई स्वास्थ्य सुविधाएं
इस योजना के तहत बुरहानपुर को भी खासा लाभ मिलने वाला है। बुरहानपुर का जिला अस्पताल, जो पहले से ही सीमित संसाधनों और चिकित्सा सुविधाओं के बावजूद अपनी सेवाएं प्रदान कर रहा है, अब नए आयुष डॉक्टरों की नियुक्ति के साथ और अधिक प्रभावी स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर सकेगा। इस पहल से जिले के ग्रामीण और शहरी इलाकों में आयुष चिकित्सा पद्धतियों के माध्यम से इलाज के विकल्पों का विस्तार होगा।
बुरहानपुर में इस समय स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में नए अवसर उत्पन्न होंगे, खासकर उन लोगों के लिए जो आयुर्वेद, होम्योपैथी, और यूनानी चिकित्सा के विशेषज्ञ डॉक्टरों की तलाश में हैं। आयुष डॉक्टरों के साथ-साथ फार्मासिस्ट, पंचकर्म तकनीशियन, और अन्य विशेषज्ञों की नियुक्ति से यह सुनिश्चित होगा कि जिले के नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त हो सकें।
22 जिला अस्पतालों में नियुक्तियां
भोपाल, ग्वालियर, सागर, रीवा, उज्जैन, अनूपपुर, भिंड, कटनी, उमरिया, बैतूल, बुरहानपुर, खरगोन, धार, सतना, खंडवा समेत अन्य जिलों के अस्पतालों में आयुष विंग की स्थापना के लिए नियुक्तियां होंगी। इस योजना के तहत, 22 आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉक्टर, 21 आयुर्वेद डॉक्टर, 8 होम्योपैथी विशेषज्ञ, 8 होम्योपैथी डॉक्टर, 7 यूनानी विशेषज्ञ, 8 यूनानी डॉक्टर, 37 आयुष फार्मासिस्ट, 42 पंचकर्म तकनीशियन, और 60 अन्य पदों पर नियुक्तियां की जाएंगी।
डॉ. राकेश पांडे, आयुष चिकित्सा संघ के राष्ट्रीय प्रवक्ता, ने कहा, "इस पहल का उद्देश्य आयुष चिकित्सा पद्धतियों के माध्यम से आम जनता और मरीजों को लाभ पहुंचाना है। आयुष विंग की स्थापना से जिला अस्पतालों में चिकित्सा सुविधाएं बढ़ेंगी और विभिन्न पद्धतियों के चिकित्सक मिलकर मरीजों का इलाज कर सकेंगे।"
बुरहानपुर में आयुष का प्रभाव
बुरहानपुर, जो कि अपनी सीमित चिकित्सा सुविधाओं के बावजूद हमेशा से स्वास्थ्य सेवाओं के लिए प्रतिबद्ध रहा है, अब इस नई योजना के तहत और भी सशक्त होगा। जिले में आयुष डॉक्टरों की नियुक्ति से स्थानीय लोगों को एकीकृत चिकित्सा सेवाएं मिलेंगी। इसके अलावा, यह कदम बुरहानपुर में स्वास्थ्य सेवाओं के बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ करने में मदद करेगा और लोगों को किफायती और प्रभावी इलाज के विकल्प प्रदान करेगा।
मध्य प्रदेश सरकार की इस नई पहल से बुरहानपुर सहित राज्य के अन्य जिलों में आयुष चिकित्सा का विस्तार होगा। यह कदम न केवल राज्य के स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ करेगा, बल्कि स्थानीय स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच भी बढ़ाएगा। बुरहानपुर को मिलने वाली इन नई स्वास्थ्य सुविधाओं से जिले के निवासियों के लिए बेहतर चिकित्सा सेवाएं सुनिश्चित होंगी। आयुष विंग की स्थापना से उम्मीद की जा रही है कि बुरहानपुर जैसे जिले में स्वास्थ्य सेवाओं में एक नई क्रांति आएगी, जो आने वाले समय में राज्य के लिए एक महत्वपूर्ण मॉडल साबित हो सकती है।