बुरहानपुर, दानिश रज़ा खान: बुरहानपुर जिला अस्पताल में सुरक्षा के इंतजामों को लेकर कलेक्टर भव्या मित्तल और पुलिस अधीक्षक देवेंद्र पाटीदार ने सोमवार रात करीब 9 बजे औचक निरीक्षण किया। कलेक्टर ने सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत बनाने के लिए अस्पताल प्रशासन को कई सख्त निर्देश दिए।
सुरक्षा उपायों को लेकर कलेक्टर के निर्देश:
कलेक्टर भव्या मित्तल ने जिला अस्पताल में सुरक्षा उपायों को और सुदृढ़ करने के लिए सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि सभी सुरक्षा गार्डों को आवश्यक ट्रेनिंग दी जाए और उनका पुलिस वेरिफिकेशन भी सुनिश्चित किया जाए। इसके अलावा, अस्पताल के आवासीय परिसर में बाउंड्री वॉल का निर्माण, स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था, और अस्पताल चौकी को हमेशा सक्रिय रहने के निर्देश भी दिए गए।
कलेक्टर भव्या मित्तल ने अस्पताल परिसर में स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा के लिए राज्य कानूनों और भारतीय न्याय संहिता की धाराओं का विवरण प्रमुख स्थानों पर प्रदर्शित करने की बात कही। उन्होंने सुरक्षा गार्डों को नियमित प्रशिक्षण और सुरक्षा उपायों के संबंध में संवेदनशील बनाने पर जोर दिया।
संयुक्त बैठक में की गई चर्चा:
मंगलवार को संयुक्त जिला कार्यालय सभाकक्ष में जिला अस्पताल के अधिकारियों और निजी अस्पताल संचालकों के साथ बैठक आयोजित की गई। कलेक्टर मित्तल ने बैठक में निर्देश दिया कि अस्पताल परिसर में चिकित्सकों और कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए और पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था की जाए। उन्होंने सभी अस्पतालों में एक समिति गठित करने का भी निर्देश दिया, जो व्यापक सुरक्षा उपायों की योजना बनाएगी और उनका पालन सुनिश्चित करेगी।बैठक में पुलिस अधीक्षक देवेंद्र पाटीदार, डिप्टी कलेक्टर राजेश पाटीदार, सीएसपी गौरव पाटील, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजेश सिसोदिया, सिविल सर्जन डॉ. मोजेस, नगर निगम आयुक्त संदीप श्रीवास्तव सहित निजी अस्पतालों के संचालक और अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
ज़िला अस्पताल की वर्तमान सुरक्षा स्थिति:
जानकारी के अनुसार, जिला अस्पताल में फिलहाल 122 सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं और 22 सुरक्षा गार्ड अपनी सेवाएं दे रहे हैं। कलेक्टर मित्तल के निर्देशों के बाद, अस्पताल प्रशासन सुरक्षा उपायों को और मजबूत करने के लिए कदम उठा रहा है।
इस निरीक्षण के बाद, अस्पताल प्रशासन को सुरक्षा मानकों को सख्ती से लागू करने का निर्देश दिया गया है, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचा जा सके और अस्पताल का माहौल सुरक्षित बना रहे।
समाज में सुरक्षा को लेकर जागरूकता बढ़ाने की अपील:
कलेक्टर ने नागरिकों से अपील की कि वे भी अस्पतालों में सुरक्षा और सतर्कता बनाए रखने में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं तभी दी जा सकती हैं जब अस्पताल का माहौल सुरक्षित और संरक्षित रहे।
इस औचक निरीक्षण के बाद, यह स्पष्ट हो गया है कि जिला प्रशासन अस्पताल की सुरक्षा को लेकर गंभीर है और किसी भी प्रकार की चूक को सहन नहीं करेगा।