बुरहानपुर, दानिश रज़ा खान: प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के अंतर्गत बुरहानपुर के जिला चिकित्सालय में गर्भवती महिलाओं की नि:शुल्क, सुनिश्चित और व्यापक देखभाल के लिए एक विशेष शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर हर महीने की 9 और 25 तारीख को आयोजित किया जाता है, जहां गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था संबंधी सभी आवश्यक सेवाएं प्रदान की जाती हैं।
41 गर्भवती महिलाओं की जांच
24 अगस्त 2024 को आयोजित इस शिविर में कुल 41 गर्भवती महिलाओं की जांच की गई। जिला चिकित्सालय में आयोजित इस शिविर में स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. रेहाना बोहरा ने महिलाओं की नि:शुल्क सोनोग्राफी की, जबकि गंभीर जोखिम वाली 15 महिलाओं को विशेष मार्गदर्शन दिया गया।
गर्भवती महिलाओं के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर जोर
शिविर में गर्भवती महिलाओं को न केवल शारीरिक स्वास्थ्य बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के महत्व के बारे में भी जानकारी दी गई। उन्हें पोषण आहार, टीकाकरण, गर्भावस्था से संबंधित व्यायाम, और मानसिक स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए माइंडफुलनेस एक्सरसाइज के बारे में जागरूक किया गया। शिविर में उपस्थित महिलाओं को प्रसव पूर्व जांच की अनिवार्यता के बारे में भी बताया गया, साथ ही टोल फ्री नंबर 0804 70 93146 और 14416 (टेली मानस स्वास्थ्य सेवाएं) की जानकारी दी गई।
अभियान के उद्देश्य और सेवाएं
प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान का मुख्य उद्देश्य मातृ मृत्यु दर, गर्भस्थ शिशु मृत्यु दर, और शिशु मृत्यु दर को कम करना है। अभियान के तहत गर्भवती महिलाओं को शुद्ध पेयजल, स्वल्पाहार, बैठक व्यवस्था, और साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। शिविर में उपस्थित स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं ने गर्भवती महिलाओं और उनके परिवारों को गर्भावस्था के दौरान और बाद में आवश्यक देखभाल के बारे में जागरूक किया।
विशेषज्ञों की टीम का सहयोग
शिविर के सफल आयोजन में जिला स्वास्थ्य अधिकारी-1, अभियान के नोडल अधिकारी डॉ. एल.डी.एस फूंकवाल, डॉ. रेहाना बोहरा, लेडी मेडिकल ऑफिसर डॉ. ममता, डॉ. सादिया, डॉ. अंशिया, और नर्सिंग ऑफिसर सीमा डेविड की महत्वपूर्ण भूमिका रही। साथ ही, शिविर में बड़ी संख्या में गर्भवती महिलाएं और उनके परिजन उपस्थित रहे, जिन्होंने इस अभियान का लाभ उठाया।
प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत जिला चिकित्सालय बुरहानपुर में आयोजित इस शिविर में गर्भवती महिलाओं के लिए नि:शुल्क, सुनिश्चित, और गुणवत्तापूर्ण देखभाल प्रदान की गई, जिससे मातृ और शिशु स्वास्थ्य को सुरक्षित और मजबूत बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है।