बुरहानपुर। (दानिश रज़ा खान) बुरहानपुर की अब्दुल कादिर सिद्दीकी शासकीय उर्दू कन्या हायर सेकेंडरी स्कूल ने इस साल बोर्ड परीक्षाओं में शानदार परिणाम हासिल कर अपनी पहचान को नए आयाम दिए हैं। कभी खराब परिणामों के लिए पहचाने जाने वाले इस स्कूल ने सभी बाधाओं के बावजूद उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। स्कूल की प्राचार्या नफीसा अंसारी की अगुवाई में शिक्षकों ने टीम वर्क और मिशन मोड में काम करते हुए यह सफलता प्राप्त की है।
सिमित संसाधनों के बावजूद उत्कृष्ट परिणाम
अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति में देरी, किताबों की कमी, और उर्दू माध्यम में प्रश्न पत्रों के गलत अनुवाद जैसी समस्याओं के बावजूद, इस स्कूल की छात्राओं ने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं में क्रमशः 52% और 84% का रिजल्ट प्राप्त किया। इन छात्राओं ने अपनी समस्याओं को साझा करते हुए कहा कि अगर सरकार समय पर शिक्षकों की नियुक्ति और प्रश्न पत्रों का सही अनुवाद सुनिश्चित करती, तो वे और बेहतर प्रदर्शन कर सकती थीं।
छात्राओं की आवाज
10वीं बोर्ड परीक्षा में 87% अंक हासिल करने वाली छात्रा अक्शा अंजूम ने कहा कि अगर परीक्षा कुछ दिनों बाद होती और प्रश्न पत्रों का अनुवाद सही ढंग से होता, तो उनके परिणाम और बेहतर होते। अन्य छात्राओं जैसे आयशा अंजूम, मुनज्जा अंजूम, और अल्फिया वारसी ने भी ऐसी ही समस्याओं का उल्लेख किया और विश्वास जताया कि इन समस्याओं के समाधान से वे भविष्य में और बेहतर परिणाम लाएंगी।पालकों और समाज का समर्थन
पालकों ने स्कूल की प्राचार्या और शिक्षकों की प्रशंसा की, जिन्होंने छात्राओं के लिए उत्कृष्ट परिणाम सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने सरकार से जल्द ही शिक्षकों की कमी को दूर करने की अपील की। शिक्षा के क्षेत्र में काम करने वाले मोहम्मद उजेर ने भी इस सफलता की सराहना की और सरकारी शिक्षकों को गैर-शैक्षणिक कार्यों से मुक्त करने और अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति समय पर करने की आवश्यकता पर जोर दिया।बुरहानपुर की इस उर्दू स्कूल की बेटियों ने सीमित संसाधनों के बावजूद जो उपलब्धि हासिल की है, वह प्रेरणादायक है। सरकार द्वारा आवश्यक सुधार किए जाने पर, यह स्कूल निश्चित रूप से आने वाले वर्षों में प्रदेश की प्रावीण्य सूची में अपनी जगह बनाएगा।