अर्वाचीन INDIA स्कूल के बच्चों ने हँसते खेलते मनाया वर्ल्ड लाफ्टर डे
बुरहानपुर (एज्युकेशन रिपोर्टर)। अर्वाचीन INDIA स्कूल में वर्ल्ड लाफटर डे (विश्व ठहाका दिवस) मनाया। आप जानते तो होंगे ही हंसना शरीर के लिए अति आवश्यक है और हँसने हँसाने से तनाव भी कम होता है। क्लॉस इंचार्ज गुंजन मोटवानी ने बताया कि बच्चों ने लाफ़िंग कंपटीशन, स्माइल कम्पटीशन, लेमन एंड स्पून रेस में हिस्सा लिया। बच्चों ने लाफिंग कंपटीशन में तरह-तरह की हंसी निकालकर टीचर और दूसरे बच्चों को लोटपोट कर दिया बच्चों के हंसी ठहाकों से पूरा अर्वाचीन परिसर ठहाकामय हो गया। इस अवसर पर एकेडमिक हेड दीप्ती पोढ़ियन, जुनियर विंग कॉडिनेटर जिया मालवीय, रेणुका चव्हान, महिमा खारखा, श्वेता साबलानी, निकिता बालवानी, स्वाति जैन, क्रतिका मैम, सचीन जैन, सहित अन्य टीचिंग स्टॉफ उपस्थित रहा। अर्वाचीन INDIA स्कूल के डायरेक्टर अमित मिश्रा ने बताया कि हंसना स्वास्थ्य के प्रति बहुत जरूरी है । अर्वाचीन INDIA स्कूल वर्ल्ड लाफ्टर डे का आयोजन करने का मुख्य उद्देश समाज और अभिभावकों को हंसी और ठहाको के माध्यम से हेल्थ के प्रति जागरूक करना था। बच्चों को लेने आए अभिभावकों से भी ठहाके लगवाए गए और “हैप्पी वर्ल्ड लाफ्टर डे” के स्लोगन के साथ बच्चों को घर के लिए विदा किया। उक्त जानकारी संस्था के मीडिया प्रभारी गौरव चौहान ने दी।
अर्वाचीन INDIA स्कूल में आज से लगेंगी मस्ती की पाठशाला
बच्चों के लिए 5 मई तक ओपन रहेंगे समर कैंप के रजिस्ट्रेशन
बुरहानपुर। नगर के प्रतिष्ठित अर्वाचीन INDIA स्कूल में समर कैंप का आयोजन आज से अर्वाचीन परिसर में किया जा रहा है। इसमें शहर सहित ग्रामीण अंचल के बच्चों के सर्वांगीण विकास हेतु सभी प्रकार के खेल व कला साहित्य के गुर बच्चों को सिखाएं जाएगें। संस्था डायरेक्टर अमित मिश्रा ने बताया कि 2 मई से 28 मई तक समर कैंप का आयोजन किया गया है। परंतु समर कैंप के प्रति बच्चों की रूची देखते हुए अब 5 मई तक रजिस्ट्रेशन ओपन रखें गए है। जिसमें बच्चें मो. 9111867888 व 9111967888 पर कॉल कर अपना रजिस्ट्रेशन कर समर कैंप की मस्ती की पाठशाला का आनंद ले सकें। उन्होंने समर कैंप में होने वाली एक्टिविटी के संदर्भ में बताया कि बच्चों के लिए अलग अलग श्रेणी में कई एक्टिविटी रखी गई है। जिसमें स्पोर्ट्स, डांस, म्यूजिक, सिंगिंग, आर्ट एण्ड क्राफ्ट, ड्राइंग, कम्प्युटर शिक्षा सहित अन्य कलाएं भी सिखाई जाएगी। जिससे शिक्षा के साथ-साथ बच्चें अन्य क्षेत्रों में भी अपना नाम रोशन कर सकें।